रोजाना24,ऊना : उपमंडल स्तरीय (काउंसलिंग एवं हेल्प डेस्क) समिति की समीक्षा बैठक का आज आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता एसडीएम ऊना डॉ. सुरेश जसवाल ने की। इस अवसर पर एसडीएम ऊना ने कहा कि अब समय आ गया है कि सरकारी विभागों को रोजगार सृजन के लिए सकरात्मक सोच के साथ काम करना होगा ताकि ज्यादा से ज्यादा युवाओं को रोजगार एवं स्वरोजगार उपलब्ध हो सके। उन्होंने संबंधित सभी विभागों के प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वह एक दूसरे विभाग से समन्वय बनाएं और अधिक से अधिक सेवाएं लोगों तक पहुंचाएं। एसडीएम ने कहा कि पहाड़ी जिलों में सेब उत्पादन से जुड़े कार्य शुरू हो गए हैं और लेबर की कमी है, ऐसे में स्थानीय मजदूरों को वहां जाने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं और उन्हें सेब संबंधी कार्यों के लिए कुल्लू, शिमला जिलों में भेज सकते हैं। उन्होंने कहा कि ईंट भट्टों पर बरसात के दिनों में लेबर उपलब्ध नहीं होती, ऐसे में लोकल लोगों को इसमें रोजगार दिलाया जा सकता है। इसके लिए ईंट भट्टों व स्टोन क्रेशर मालिकों से श्रम विभाग समन्वय स्थापित करे।डॉ. सुरेश जसवाल ने ग्रामीण विकास विभाग को पंचायत स्तर पर ज्यादा से ज्यादा लोगों के जॉब कार्ड बनाने के निर्देश दिए ताकि जो लोग रोजगार खो चुके हैं उन्हें घर-द्वार पर ही रोजगार मिल सके। बैठक में विभागों ने कांउसिंग एवं हेल्प डेस्क योजना को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए अपने-अपने स्तर पर किए जा रहे कार्यों की जानकारी उपलब्ध करवाई। इस पर एसडीएम ऊना ने सभी विभागों को आपसी समन्वय स्थापित कर इस योजना को सफल बनाने का आहवान किया।