लूणा पुल पर फिर हुआ हादसा,बाल बाल बचे घोड़ा व मालिक,अप्रैल 2017 में पूरा होना था निर्माणाधीन पुल का कार्य

रोजाना24,चम्बाः जनजातीय क्षेत्र भरमौर का लूणा पुल पर आज फिर एक हादसा हो गया.लकड़ी के गलसड़ चुके पुल से गुजरते हुए एक घोड़े के भाग से पुल सा फट्टा टूट गया व घोड़ा की टांगें फट्टा टूटने से बनी दरार में धंस गयीं.जिससे वह जख्मी हो गया.

दुर्घटना सा शिकार एक बार फिर वही मनोहर लाल ही बना जिसका घोड़ा तीन माह पूर्व इसी पुल को पार करते फट्टा टूटने से रावी नदी में गिर कर मर गया था व मनोहर को भी लोगों ने बड़ी मश्क्कत से बचाया था.

मनोहर लाल के अनुसार वह हर रोज सड़क से रावी पार लूणा गांव व औरा पंचायत के अन्य गांवों के लोगों की जरूरत की सामान ढोते हैं.आज भी वह लोगों का सामान ढो रहे थे तो पुल का एक सड़ा हुआ फट्टा टूट गया व घोड़ा वहां से नीचे लटक गया.लोगों की मदद से उसे बाहर निकाला गया.उन्होंने कहा कि तीन माह पूर्व भी इसी प्रकार एक दुर्घटना में उनका एक घोड़ा मारा गया था.प्रशासन ने उसका भी कोई मुआवजा नहीं दिया.

इस दौरान लोगों ने सरकार व प्रशासन से नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि शायद सरकार,प्रशासन व विभाग पुल तैयार करने के लिए किसी बड़ी दुर्घटना का इन्तजार कर रहा है.लोग कई बार इस बारे में प्रशासन से मांग भी कर चुके हैं,इस वर्ष फरवरी माह में भरमौर प्रशासन ने लोगों को 31 मार्च 2020 को पुल का कार्य पूरा करने का आश्वासन भी दिया था लेकिन यह अब तक आश्वासन ही बना हुआ है।

गौरतलब है कि उक्त पुल के ऊपर बिछाए गए फट्टे जितने अधिक गल सड़ चुके हैं उससे अधिक उन फट्टों को सम्भालने वाली पुल की कड़ियों की दशा खराब हो चुकी है.जो कि किसी बड़ी जान माल के हादसे को अंजाम दे सकती है.

अप्रैल 2015 से बन रहे इस पुल का कार्य आज तक पूरा नहीं हो पाया,जबकि इसका कार्य अप्रैल 2017 में पूरा होना था।काम पूरा ना हो पाने के कारण ग्राम पंचायत औरा के लोगों को परेशानी के साथ साथ इस पुल से जोखिम भी उठाना पड़ रहा है.

उधर इस बारे में अधिशाषी अभियंता लोनिवि भरमौर राजीव शर्मा का कहना है कि पुल की फैब्रीकेशन कि कार्य ठेकेदार द्वारा करवाया जा चुका है.लेकिन पुल को स्थापित करने के लिये विशेषज्ञ कामगार उपलब्ध न होने के कारण यह कार्य पूरा नहीं हो पा रहा है.पुल को स्थापित करने वाले यह कामगार कब मिलेंगे व काम कब पूरा होगा यह विभागीय अधिकारियों तक को पता नहीं है।